दिसम्बर 31, 2010 के लिए पुरालेख

Badla na apne aap ko

Posted: दिसम्बर 31, 2010 in Uncategorized

बदला न अपने आप को जो थे वही रहें,
मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहें,
दुनिया न जीत पाओ तो हारो न खुद को तुम,
थोड़ी बहुत तो जहन में नाराजगी रहें ,
अपनी तरह सा दिल को किसी की तलाश थी ,
हम जिसके भी करीब रहें दूर ही रहें,
गुजरो जो बाग़ से तो दुआ मांगते चलो,
जिसमे खिले हैं फूल वो डाली हरी रहें !!

: NM (Not Mine)